मैं उन लोगो से ये कहना चाहता हूँ . लोग दीवाली और होली जैसे त्योहार पर हजारो रूपये के पठाके जला देते हैं . अगर वो लोग किसी गरीब के घर उन्ही पैसो से कुछ दीप और मिठाई दे तो उनका परिवार भी इन त्योहार का आनंद ले ले . और उनकी खुशियो के साथ हम भी खुश हो सके और हमें भी अंदुरुनी शांति मिलें। ....
आखिर हम उनके बारे में सोचेगे तभी तो त्योहारों कि असली खुशियाँ हर भारतवासी के चेहरे पर दिखेंगी।
आखिर हम उनके बारे में सोचेगे तभी तो त्योहारों कि असली खुशियाँ हर भारतवासी के चेहरे पर दिखेंगी।